[ad_1]
- वजन बढ़ने के साथ कब्ज भी बढ़ती है
- एलर्जी, डायबिटीज, डायरिया और बीपी की समस्या बढ़ जाती है
- लीवर और फूड पॉइजनिंग की समस्या भी बढ़ सकती है
अगर शहद का सेवन निर्धारित मात्रा में किया जाए तो कई बीमारियों से जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है। अगर सेहत के लिए इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह कई फायदे देता है। लेकिन अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए तो इसके कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं। यह एक असंसाधित भोजन है। इसलिए इसमें बैक्टीरिया जल्दी पनप सकते हैं। इससे कई बीमारियां हो सकती हैं। अगर शहद का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इसके 9 दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
भार बढ़ना
1 चम्मच शहद (7 ग्राम) में 21 कैलोरी होती है। इससे ज्यादा खाने से वजन बढ़ता है।
कब्ज
इसमें फाइबर नहीं होता है। यह कब्ज और खराब पाचन का कारण बनता है।
मधुमेह
इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है।
बुरे दांत
इसमें एसिड की मात्रा अधिक होती है। ज्यादा शहद खाने से दांतों का इनेमल खराब हो सकता है।
एलर्जी
शहद पराग से बनाया जाता है। इससे एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है।
रक्त चाप
इसमें ओलिगो सैकराइड्स होते हैं। जो रक्तचाप के स्तर को कम करता है। यह बीपी कम कर सकता है।
दस्त
शहद में ग्लूकोज से ज्यादा फ्रुक्टोज होता है। यह आसानी से शरीर द्वारा अवशोषित नहीं होता है और दस्त होने की संभावना रहती है।
विषाक्त भोजन
इसमें बैक्टीरिया के तेजी से उत्पादन के कारण यह फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है।
लीवर की समस्या
इसमें फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है। यह लिवर की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
[ad_2]
Source link